नई दिल्ली / कोरोना से चीन में आर्थिक संकट के लक्षण, डिफॉल्ट का दौर शुरू

नई दिल्ली. कोरोनावायरस के संकट से उबर रहे चीन में नई मुसीबत खड़ी हो गई है। चीन में लोन डिफॉल्ट होने का दौर शुरू हो गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के दो बड़े बैंकों के अधिकारियों ने बताया कि पिछले महीने क्रेडिट-कार्ड के कर्ज डिफॉल्ट में करीब एक साल पहले की तुलना में 50% की बढ़ोतरी हुई। हालांकि उन्होंने बैंक के आंतरिक आंकड़ों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की।



बीजिंग स्थित ऑनलाइन कर्ज प्रदान करने वाली क्यूडियन इंक ने कहा कि फरवरी में कर्ज अदायगी करने की दर 20% हो गई जो कि बीते साल इसी अवधि में 13 प्रतिशत थी। चीन में सबसे ज्यादा उपभोक्ता ऋण देने वाले चाइना मर्चेंट्स कंपनी ने कहा कि इस महीने लोन की किस्तें न भरने वालों की संख्या में जमकर उछाल हुआ है। इसकी वजह है चीन में अनुमानित 80 लाख लोगाें की नौकरी जाना है। 


चीन की मौजूदा हालत दुनिया के लिए प्रिव्यू के सामान 
वॉशिंगटन में पेटर्सन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के रिसर्च फेलो मार्टिन चोर्जेम्पा ने कहा कि चीन के यह हालात दुनिया के लिए एक प्रिव्यू की तरह है।  कोरोनावायरस जब दुनिया में नियंत्रित होगा तब तक लोगों की कर्ज चुकाने की क्षमता सीमित हो जाएगी। हालांकि सरकारों की कोशिशों के आधार पर परिणाम अलग-अलग हो सकता हैं। फ्रांस, स्विट्जरलैंड, न्यूजीलैंड और नाइजीरिया जैसे देशों में घरेलू ऋण जीडीपी अनुपात अधिक है।